Tuesday, May 16, 2023

बंजारा समाज

 बंजारा समाज एक भारतीय जाति है जो मुख्य रूप से गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान,उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में बसा हुआ है। बंजारा समाज अपनी खास संस्कृति, आर्थिक गतिविधियों और सामाजिक प्रथाओं के लिए प्रसिद्ध है।


बंजारा समाज की जाति समूह में गाड़ी, मदार, लंगड़ा, भांगर और नतबान्या शामिल हैं। इन जातियों के सदस्यों का मुख्य ध्येय होता है खड़े शेरनी या घोड़े की दौड़ करते हुए व्यापार करना। इसलिए वे रोड़ों पर यात्रा करते हैं और वस्त्र, खाद्य पदार्थ और अन्य वस्तुओं की व्यापारिक गतिविधियों में निर्माण और विपणन करते हैं।


बंजारा समाज के सदस्य गरीबी, असामाजिकता और शोषण के सामाजिक मुद्दों का सामना करते हैं। वे अक्सर सामाजिक रूप से छुटीसमय जाति के रूप में देखे जाते हैं और अधिकांशतः न्याय, सम्मान और अवसरों से वंचित रहते हैं। उन्हें शिक्षा, स्व


ास्थ्य सुविधाएं, और आर्थिक विकास के अवसरों में बाधाएं आती हैं।


बंजारा समाज की संस्कृति और परंपराएं उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे अपने प्राचीन नृत्य, गीत, संगीत, और परंपरागत पहनावों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका परंपरागत विवाह प्रणाली, धार्मिक आयोजन और सामाजिक गतिविधियों में विशेष महत्त्व होता है।


बंजारा समाज के सदस्य आज भी अपनी पारंपरिक रीति-रिवाजों, धर्म और सामाजिक अदालतों का पालन करते हैं। हालांकि, उन्हें अपने शिक्षा, आर्थिक विकास और सामाजिक उच्चताओं में सुधार की आवश्यकता है। उन्हें समाज के अन्य सदस्यों के साथ सामाजिक समानता और विकास की सुविधाएं मिलनी चाहिए।

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